लपटों की चपेट में आकर सात बकरियों की मौत
गाज़ीपुर। अप्रैल माह में पड़ रही भयंकर गर्मी और लू के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है। इसी बीच आग लगने की घटनाएं भी आये दिन बढ़ती जा रही हैं।
शुक्रवार को सादात थाना क्षेत्र के बक्सूपुर गांव में शुक्रवार की दोपहर अचानक लगी आग से चार परिवारों की रिहायशी झोपड़ियां जलकर राख हो गईं, वहीं सिमेन्ट के करकट भी आग की गर्मी टूट गये। अज्ञात कारणों से लगी आग में सात बकरियां भी जल कर मर गयीं।
बताया गया कि दोपहर समय करीब ग्यारह बजे बक्सूपुर निवासी कैलाश राम पुत्र मग्गू राम के मकान के आगे बनायी गयी झोपड़ी अचानक आग की चपेट में आ गयी। परिजन जब तक कुछ जानते तब तक झोपड़ी पूरी तरह आग की चपेट में आ गयी। परिजनों की चीख पुकार पर जब आसपास के ग्रामीण पहुंचे तब तक मकान की सिमेन्टेड सीट भी आग के आगोश में चली गई। ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर नियंत्रण पाया।
इस आग में कई गरीब परिवारों की सारी लेई पूंजी नष्ट हो गयी। नंदलाल पुत्र कैलाश राम ने बताया कि इस अग्निकांड में उसकी सात बकरियां भी जलकर मर गयीं हैं। उसने कहा कि एक रिक्शा ट्राली, एक साइकिल, ट्रक का पार्ट्स व तीन टायर, समरसेबल मोटर, स्टेबलाइजर, दस कुंतल गेहूं, पांच कुंतल चावल, चारा मशीन, घरेलू सामग्री, कपड़े तथा कपड़े में रखा 41 हजार रुपए नकद भी जलकर राख हो गया।
वहीं तेज हवा के चलते जलती झोपड़ी की चिंगारी करीब पचास मीटर दूर स्थित ढून्नु पुत्र रामहित और उसके आगे अनिल राम तथा अरविंद राम पुत्रगण बिस्सू की झोपड़ी पर जा गिरी और तीनों लोगों की झोपड़ी ने भी आग पकड़ ली। इससे् उनकी झोपड़ियों में रखा अनाज, कपड़ा, कुर्सी तथा उनकी गृहस्थी का सारा सामान जल कर राख हो गया।
घटना की जानकारी होते ही थानाध्यक्ष शैलेंद्र पांडेय भी मौके पर पहुंच गए। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि गुड्डू राम ने, कैलाश राम की मृत सात बकरियों का पोस्टमार्टम कराने हेतु पशु चिकित्सक को सूचना दी। सूचना पाकर क्षेत्रीय लेखपाल मौके पर पहुंचे और घटना की रिपोर्ट बनाकर तहसील प्रशासन को देने का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहयोग उपलब्ध कराने की मांग की है।