Varanasi News : आईआईटी (बीएचयू) में "एक पेड़ गुरु के नाम" के तहत रोपे जाएंगे 6000 पौधे
varanasi
6:51 PM, Sep 3, 2025
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, आईआईटी (बीएचयू) में शिक्षक दिवस पर 6000 पौधे रोपित होंगे। यहाँ "एक पेड़ गुरु के नाम" अभियान के तहत .2 हेक्टेयर में मियावाकी तकनीक से वन विकसित किया जायेगा ।


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◆ शिक्षक दिवस पर होगा आयोजन
◆ विशिष्ट वनों की श्रृंखला में आईआईटी (बीएचयू) में मियावाकी तकनीक से विकसित होगा वन
◆ काशी में 11 स्थानों पर स्थापित हो चुका "विशिष्ट वन" 20,200 पौधे हो चुके रोपित
◆ 18 जुलाई से शुरू हुआ विशिष्ट वन अभियान शिक्षक दिवस तक चलेगा
वाराणसी । काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, आईआईटी (बीएचयू) में शिक्षक दिवस पर 6000 पौधे रोपित होंगे। यहाँ "एक पेड़ गुरु के नाम" अभियान के तहत .2 हेक्टेयर में मियावाकी तकनीक से वन विकसित किया जायेगा । योगी सरकार पर्यावरण संरक्षण, सांस्कृतिक व सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के लिए अनूठे पहल के तहत शिक्षक दिवस के अवसर पर 'एक पेड़ गुरु के नाम' वन की स्थापना करेगी। यह पहल विशिष्ट वनों की श्रृंखला का हिस्सा है, जिसके तहत काशी के विभिन्न स्थानों में अब तक 11 से अधिक विशिष्ट वन स्थापित किए जा चुके हैं। इन वनों में अब तक 20,200 से अधिक पौधे रोपे जा चुके हैं। साथ ही .20 हेक्टेयर में मियावाकि तकनीक से रिंग रोड-1, गेल पेट्रोल पंप के सामने ऑक्सीजन बैंक विकसित किया जा रहा है।
एक पेड़ गुरु के नाम' -गुरु-शिष्य परंपरा की मज़बूत होंगी जड़ें
प्रभागीय वन अधिकारी स्वाति श्रीवास्तव ने बताया कि वृक्षारोपण-2025 के अंतर्गत विशिष्ट वनों की स्थापना की जा रही है। शिक्षक दिवस के अवसर 'एक पेड़ गुरु के नाम' वृक्षारोपण किया जायेगा। ये कार्यक्रम बीएचयू आईआईटी में आयोजित किया जाएगा। इस मौके .2 हेक्टेयर में मियावाकी से वन विकसित करने के लिए 6000 पौधे लगाए जाएंगे। 'एक पेड़ गुरु के नाम' पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगा, बल्कि यह शिक्षकों के प्रति सम्मान और सामाजिक समरसता को भी प्रोत्साहित करेगा। जो शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को अनूठे तरीके से सम्मानित करने का प्रयास है। यह पहल समाज में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ गुरु-शिष्य परंपरा को भी मजबूत करेगा। इस दौरान व्यापक स्तर पर पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा, जिसमें स्थानीय लोग, जनप्रतिनिधियों और स्कूली बच्चों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।