Varanasi News : आत्मनिर्भर भारत की नई पहचान बन कर उभर रही उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की महिलाएं
varanasi
12:21 PM, Sep 16, 2025
आत्मनिर्भर भारत की नई पहचान बन कर उभर रही उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की महिलाएं। सीएम योगी आदित्यनाथ का महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वालम्बी बनाने का संकल्प तेजी से सिद्धि की ओर बढ़ रही ।


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◆ योगी सरकार का महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वालम्बी बनाने का संकल्प तेजी से सिद्धि की और बढ़ रहा है
◆ मोदी-योगी की सरकार ने 10 वर्षो एनआरएलएम के तहत 1.38 लाख महिलाओं को अपने पैरो पर खड़ा किया
◆ "प्रेरणा मार्ट व आकांक्षा मार्ट" से ग्रामीण महिलाओं को नया बाजार व पहचान मिल रहा है
◆ ग्रामीण महिलाएं ड्रोन पायलट से लेकर डेयरी ,कृषि, बिजली सखी,सर्विस सेक्टर आदि सभी क्षेत्र में उत्पादन से लेकर मार्केटिंग तक कर रही है
◆ चार टाउन एरिया में 32 “प्रेरणा मार्ट” की स्थापना की गई है, इन मार्ट्स की औसत मासिक बिक्री 50,000 रूपया है
◆ आकांक्षा मार्ट की औसत मासिक बिक्री ₹1.5 लाख तक पहुँच चुकी है
◆ वाराणसी में 11,000 से अधिक स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 1.38 लाख महिलाएं जुड़ी हुई हैं
वाराणसी । आत्मनिर्भर भारत की नई पहचान बन कर उभर रही उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की महिलाएं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वालम्बी बनाने का संकल्प तेजी से सिद्धि की और बढ़ रहा है। मोदी -योगी की सरकार ने 10 वर्षो में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन तहत स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 1.38 लाख महिलाओं को अपने पैरो पर खड़ा कर दिया है। वही "प्रेरणा मार्ट व आकांक्षा मार्ट" से ग्रामीण महिलाओं को नया बाजार व पहचान मिल रहा है। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने वाराणसी में अपने संचालन के सफलता के 10 वर्ष पूर्ण कर लिया हैं। इस अवधि में मिशन द्वारा ग्रामीण अंचलों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की गई हैं। ग्रामीण महिलाएं ड्रोन पायलट से लेकर डेयरी ,कृषि, बिजली सखी, सर्विस सेक्टर आदि सभी क्षेत्र में उत्पादन से लेकर मार्केटिंग तक कर रही है
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मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने बताया कि एनआरएलएम के प्रारंभिक चरण में मिशन द्वारा इंटेंसिव सोशल मोबिलाइजेशन के माध्यम से आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़ी महिलाओं की पहचान कर उन्हें स्वयं सहायता समूहों से जोड़ा गया। वर्तमान में वाराणसी में 11,000 से अधिक स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 1.38 लाख महिलाएं जुड़ी हुई हैं। समूहों के कुशल संचालन, निगरानी, आजीविका संवर्धन एवं वित्तीय समावेशन हेतु 840 ग्राम संगठन एवं 32 संकुल संगठन गठित किए गए हैं। इन समूहों को रिवॉल्विंग फंड, सामुदायिक निवेश निधि एवं आजीविका निधि के माध्यम से वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है, साथ ही बैंकों से क्रेडिट लिंकेज कराकर करोड़ों रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई गई है। जिला मिशन प्रबंधक श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि जिले के विभिन्न संकुल संगठनों, कैडरों एवं उत्पादक महिलाओं के साथ रणनीति साझा कर स्थानीय उत्पादों के विपणन को सशक्त बनाने की योजना को मूर्त रूप दिया जा रहा ।